पंचतंत्र-

पंचतंत्र Panchtantra

1.    मूर्ख मित्र-पंचतंत्र

2.    साधु और चूहा-पंचतंत्र

3.    बन्दर और लकड़ी का खूंटा-पंचतंत्र

4.    मूर्ख साधू और ठग-पंचतंत्र

5.    लड़ते बकरे और सियार-पंचतंत्र

6.    व्यापारी का पतन और उदय-पंचतंत्र

7.    सियार और ढोल-पंचतंत्र

8.    चतुर खरगोश और शेर-पंचतंत्र

9.    दुष्ट सर्प और कौवे-पंचतंत्र

10. बगुला भगत और केकड़ा-पंचतंत्र

11. खटमल और बेचारी जूं-पंचतंत्र

12. टिटिहरी का जोड़ा और समुद्र का अभिमान-पंचतंत्र

13. मूर्ख बातूनी कछुआ-पंचतंत्र

14. रंगा सियार-पंचतंत्र

15. शेर ऊंट सियार और-कौवा-पंचतंत्र

16. गौरैया और बन्दर-पंचतंत्र

17. चिड़िया और बन्दर-पंचतंत्र

18. तीन मछलियां-पंचतंत्र

19. सिंह और सियार-पंचतंत्र

20. हाथी और गौरैया-पंचतंत्र

21. गजराज और मूषकराज-पंचतंत्र

22. जैसे को तैसा-पंचतंत्र

23. ब्राह्मणी और तिल के बीज-पंचतंत्र

24. मित्र-द्रोह का फल-पंचतंत्र

25. मूर्ख बगुला और नेवला-पंचतंत्र

26. अभागा बुनकर-पंचतंत्र

27. कौवे और उल्लू का बैर-पंचतंत्र

28. बकरा ब्राह्मण और तीन ठग-पंचतंत्र

29. बिल्ली का न्याय-पंचतंत्र

30. हाथी और चतुर खरगोश-पंचतंत्र

31. कबूतर का जोड़ा और शिकारी-पंचतंत्र

32. चुहिया का स्वयंवर-पंचतंत्र

33. बूढ़ा आदमी युवा पत्नी और चोर-पंचतंत्र

34. ब्राह्मण और सर्प-पंचतंत्र

35. ब्राह्मण चोर और दानव-पंचतंत्र

36. कौवे और उल्लू का युद्ध-पंचतंत्र

37. घर का भेद-पंचतंत्र

38. बोलने वाली गुफा-पंचतंत्र

39. मूर्खमंडली-पंचतंत्र

40. वंश की रक्षा-पंचतंत्र

41. बंदर और मगरमच्छ-पंचतंत्र

42. मेंढकराज और नाग-पंचतंत्र

43. शेर, गीदड़ और मूर्ख गधा-पंचतंत्र

44. गीदड़ गीदड़ है और शेर शेर-पंचतंत्र

45. कुम्हार की कहानी-पंचतंत्र

46. शेर की खाल में गधा-पंचतंत्र

47. घमंड का सिर नीचा-पंचतंत्र

48. सियार की रणनीति-पंचतंत्र

49. कुत्ते का वैरी कुत्ता-पंचतंत्र

50. स्त्री का विश्वास-पंचतंत्र

51. स्त्री-भक्त राजा-पंचतंत्र

52. हमेशा सोच समझ कर काम करो-पंचतंत्र

53. ब्राह्मणी और नेवला-पंचतंत्र

54. मस्तक पर चक्र-पंचतंत्र

55. जब शेर जी उठा-पंचतंत्र

56. चार मूर्ख पंडित-पंचतंत्र

57. दो मछ़लियाँ और एक मेंढक-पंचतंत्र

58. संगीतमय गधा-पंचतंत्र

59. ब्राह्मण का सपना-पंचतंत्र

60. दो सिर वाला जुलाहा-पंचतंत्र

61. वानरराज का बदला-पंचतंत्र

62. दो सिर वाला पक्षी-पंचतंत्र

63. राक्षस का भय-पंचतंत्र