संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण और किया के जिस रूप से संख्या का बोध हो, उसे 'वचन कहते हैं। दूसरे शब्दों में, शब्दों के संख्याबोधक विकारी रूप का नाम 'वचन' है। 'वन का शाब्दिक अर्थ है-न' 'संख्यान'को संक्षेप में 'वचन' कहते हैं। 'वचन' का अर्थ कहना' भी है।
वचन के प्रकार
अंगरेजी की तरह हिंदी में भी वचन के दो प्रकार हैं-
१. एकवचन, और २. बहुवचन।
१. विकारी शब्द में जिस रूप से एक पदार्थ या व्यक्ति का बोध होता है, उसे एकवचन कहते हैं, जैसे- नदी, लड़का, घोड़ा, बच्चा इत्यादि।
२. विकारी शब्द के जिस रूप से अधिक पदार्थों अथवा व्यक्तियों का बोध होता है, उसे बहुवचन कहते हैं, जैसे- नदियाँ, लड़के, घोड़े, बच्चे इत्यादि।